Top 10 similar words or synonyms for fabric

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Top 30 analogous words or synonyms for fabric

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यंग्स डबल स्लिट परीक्षण Greene, Brian (2007). The Fabric of the Cosmos: Space, Time, and the Texture of Reality. Random House LLC. p. 90. ISBN 0-307-42853-2. Extract of page 90
संचरण (यांत्रिकी) (5) बहु तंतु रज्जु प्रणाली (Multiple fabric rone system) - इस प्रणाली का प्रचार हाल में आरंभ हुआ है। रज्जु अंग्रेजी अक्षर वी (V) के आकार के बने होते हैं और चक्रों की परिमा पर बनाए गए वी (V) आकार के खाँचे पर कार्य करते हैं। यह प्रणाली किसी भी प्रकार के यंत्र के प्रत्यक्ष चालन में व्यहृत होने योग्य है तथा
दाब रसायन दाब रसायन का अध्ययन हेनरी म्वाँसाँ (Moissan) के उस प्रयोग से आरंभ होता है, जिसमें उन्होंने उच्च दाब पर ग्रैफाइट को उच्च ताप तक गरम करके कृत्रिम हीरा बनाने का असफल प्रयत्न किया था। प्रथम महायुद्ध के पहले जर्मनी में बोडिश ऐनलीन और सोडा फैब्रिक (Bodische Anlin and Soda Fabric) कंपनी ने व्यापारिक मात्रा में हैबर प्रक्रम द्वारा, नाइट्रोजन और हाइड्रोजन गैसों से ऐमोनिया गैस बनाने में, सर्वप्रथम उच्च दाब का प्रयोग किया था। अन्य उपयोगी यौगिक, जैसे इथाइल, मिथाइल तथा दूसरे उच्चतर ऐल्काहल, फीनोल, पॉलिएथिलीन, नैफ्था और कोयला या गैस से पेट्रोल बनाने में भी उच्च दाब का प्रयोग किया जाता है। क्रांतिक ताप पर किसी गैस या वाष्प के ऊपर दाब बढ़ाने से एक विशेष दाब पर, जो प्रत्येक गैस या वाष्प के लिए भिन्न होती है, वह गैस या वाष्प द्रव में परिवर्तित हो जाता है। इस विशेष दाब को क्रांतिक दाब (Critical pressure) कहते हैं। इस सिद्धांत का उपयोग तैलकूपों से मिट्टी का तेल निकालने में होता है। यहाँ किसी ताप पर गैस या वाष्प पर उतनी ही दाब दी जाती है, जिससे गैस या वाष्प का रूपांतर द्रव में हो जाए। उच्च दाब का उपयोग निर्मलीकरण, पृथक्करण तथा ग्रैफाइट से कृत्रिम हीरा बनाने में भी होता है।
छपाई (वस्त्रों की) आजकल उपर्युक्त सिद्धांत के आधार पर ही फ्लॉक (Flock) छपाई का आविष्कार हुआ है। इसमें धातुचूर्ण के स्थान पर रूई, ऊन, रेशम और रेयन के एक या दो मिलीमीटर लंबे, अथवा आवश्यकतानुसार छोटे एवं बड़े टुकड़े, काटकर कपड़े पर चिपकाए जाते हैं। पोटली या अन्य साधन के द्वारा रेश चूर्ण को छिटककर पारदर्शी वस्त्रभूमि, जैसे ऑरगैंडी या नाइलॉन पर, इसकी छपाई बहुत सुंदर और आकर्षक होती है। मशीन के द्वारा कपड़े के साथ 90 डिग्री का कोण बनाते हुए रेशें एवं बड़े टुकड़ों को खड़ा लगाने का चलन भी हो गया है। ऐसे कपड़े को पाइल फैब्रिक (pile fabric) कहते हैं। यह देखने में वैसा ही होता है जैसे गलीचे का कपड़ा। जिस मशीन के द्वारा इनको कपड़े पर लगाया जाता है, उसमें चुंबकीय आकर्षण होता है, जिसके संपर्क में आनेवाला रेशासमूह कपड़े में खड़ा लग जाता और आसंजक पदार्थ की वहाँ पूर्वस्थिति होने से, उसी में खड़ा स्थिर होकर पक्का हो जाता है। इस कला में प्रयुक्त आसंजक आधुनिक होते हैं और ये साबुन की धुलाई के लिए तो पक्के होते ही हैं, प्राय: उनमें से अधिकांश शुष्क धुलाई के लिए भी पक्के होते हैं, रेशे, रेशों के टुकड़े या चूर्ण, श्वेत अथवा रंगीन काम में लाए जाते हैं। चमड़े के चूर्ण को भी इसी प्रकार चिपकाकर नाना प्रकार की सुंदर एवं आकर्षक वस्तुएँ व्यापारिक स्तर पर बनाई जाती है। ऐल्यूमीनियम के चूर्ण को इसी पद्धति से छापकर आग बुझानेवाले कर्मचारियों के बहुमूल्य कपड़े बनाए जाते हैं।